Sunday, 7 February 2016

वेजिटेबल रोल





 सुबह का नाश्ता या शाम का स्नैक्स, बच्चे तो बच्चे, बड़ों को भी कुछ स्पेशल खाने का मन करता रहता है। मेरे यहाँ तो शाम की चाय पर अवश्य कुछ-न-कुछ चाहिए। बेटे को तो टिफिन में रोज कुछ अलग चाहिए। मैं प्रयास करती रहती हूँ कि उसका स्वाद बदलता रहे। स्वाद बदलने के साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक हो। मैंने दो दिन पहले ही बेटे के टिफिन में यह वेज रोल रखा था और कल शाम की चाय पर अपनी टेस्टफुल मेनू के लिए वेजिटेबल रोल तैयार किया था। मेरा बेटा हरी सब्जियों को पसंद नहीं करता मगर इस रोल में डाली गईं हरी सब्जियाँ बचती नहीं हैं। इसमें मैंने मनचाहे सब्जियों को डाला जिसे सबने बेहद पसंद किया। मुझे लगता है कि आपको भी एक बार बनाना चाहिए। इसे आप कभी वीकेंड स्पेशल भी बनाकर देखिए, सबको पसंद आएगा। इस रोल को बनाने के आदर्श तरीके बहुत हैं परन्तु मैंने जिस तरह से बनाया, वह तरीका आपको बताती हूँ।

वेजिटेबल रोल के लिए आवश्यक सामग्री - 
  • आटा - 200 ग्राम 
  • पत्ता गोभी - 100 ग्राम (बारीक कतरा हुआ)
  • गाजर  - 100 ग्राम (लंबाई में बारीक कटा हुआ)
  • कच्चा मटर दाना - 100 ग्राम (उबला हुआ)
  • धनिया पत्ता - 1/2 कप (बारीक कटा हुआ)
  • अदरक  - 1/2 इंच लम्बा टुकड़ा (लंबाई में बारीक कटा हुआ)
  • काली मिर्च - एक चैथाई छोटी चम्मच से कम
  • मेयोनीज/मक्खन - 2 चम्मच 
  • सोया सास - एक छोटी चम्मच
  • नमक  - स्वादानुसार 
  • तेल/घी  - वेजिटेबल रोल तलने के लिये

वेजिटेबल रोल कैसे बनाएँ? 
  • किसी बर्तन में आटा को छान कर गूँथ लें।
  • अब वेजिटेबल रोल के अन्दर भरने के लिये पिठ्ठी तैयार करें। 
  • कढ़ाई में 1 चम्मच तेल डालकर गरम करें।
  • अब कढ़ाई में अदरक, कटा हुआ पत्ता गोभी, गाजर और मटर डालें।
  • 1 मिनिट भूनने के बाद उतार लें।
  • अब उसमें काली मिर्च, सोया सास और नमक डालकर ठंडा होने थें।
  • उसमें मेयोनीज/मक्खन डालकर अच्छी तरह मिला लें।
  • अब रोल में भरने के लिये पिठ्ठी तैयार हो गई है।

  • वैसे तो मैदा का रेपर बनाते समय लोग घोल तैयार करते हैं मगर मैं आटा से बना रही हूँ। 
  • आटा को पहले ही गूँथ लिया गया है।
  • अब उस आटे का रोटी बनाएँ।
  • नानस्टिक तवा गरम करें।
  • तवा बहुत अधिक गरम न हो।
  • हल्के आँच पर रोटी को दोनों ओर हाफ सेंक लें।
  • जब रोटी के दोनों ओर का रंग बदल जाय तब निकालकर प्लेट में रख लें।
  • जब रोल के लिए रैपर/रोटी तैयार हो जाए तब उसपर ऊपर की ओर 2 चम्मच पिठ्ठी/वेजिटेबल्स रखें और लंबाई में फैला लें।
  • रैपर/रोटी को पिठ्ठी/वेजिटेबल्स ढकते हुये दायें और बायें दोंनो ओर से थोड़ा-थोड़ा मोड़ लें।
  • अब ऊपर से मोड़ते हुये रोल बनायें।
  • इस प्रकार सभी रोटियों का रोल तैयार कर लें।

  • अब कढाई में तेल डालकर गरम करें।
  • गरम तेल में 2 वेजिटेबल रोल डालकर तलें।
  • वेजिटेबल रोल को पलट-पलट कर ब्राउन होने तक तलें।
  • प्लेट में नेपकिन पेपर बिछाकर वेज रोल कढ़ाई से निकाल कर इस पर रखें।
  • इस प्रकार सभी वेजिटेबल रोल तल कर निकाल लें।

  • इस प्रकार आपकी टेस्टफुल मेनू का टेस्टी वेजिटेबल रोल तैयार है।
  • इसे आप बड़े गर्व से ब्रेकफास्ट, स्नैक्स के रूप में या बच्चे के टिफिन में रख सकती हैं।
  • इसके साथ वीकेंड को स्पेशल बना सकती हैं। 
  • यह आटे से बना है अतः सुपाच्य है और हरी सब्जियों के साथ के कारण स्वास्थ्यवर्धक भी।

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Wednesday, 3 February 2016

शुद्ध घी

    यह तो आप मानते ही हैं कि भारतीय खाने में घी की अपनी अहम भूमिका है। घी न सिर्फ आपके खाने का टेस्ट कई गुना बढ़ा देता है बल्कि इसके एंटी ऑक्सीडेंट्स और जरूरी पोषक तत्त्व आपके स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हैं। आमतौर पर हमारे घरों में बाजार से घी लाया जाता हैं लेकिन बाजार के घी में शुद्धता का खतरा रहता है। हमारे स्वास्थ्य के लिए मिलावटी चीजें फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। अगर आप शुद्ध घी खाना चाहते हैं तो अपने घर पर भी बना सकते हैं। ये बहुत आसान और किफायती है।  

 शुद्ध घी का वैज्ञानिक और धार्मिक आधार भी है। शुद्ध घी में मनुष्य के शरीर में पहुंचे रेडियोधर्मी विकिरणों का दुष्प्रभाव नष्ट करने की असीम क्षमता हैं। अग्नि में शुद्ध घी कि आहुति देने से उसका धुआँ जहाँ तक फैलता है, वहाँ तक का सारा वातावरण प्रदूषण और आण्विक विकरणों से मुक्त हो जाता हैं। सबसे आश्चर्यजनक बात तो यह है कि एक चम्मच घी को अग्नि में डालने से एक टन प्राणवायु (ऑक्सीजन) बनती हैं जो अन्य किसी भी उपाय से संभव नहीं हैं।

   शुद्ध घी को रसायन कहा गया है। शुद्ध घी खाने से बूढ़ा व्यक्ति भी फूर्तिला हो जाता है। घी में स्वर्ण छार पाए जाते हैं जिसमे अदभुत औषधीय गुण होते है।  शुद्ध घी के सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है। मैं हमेशा अपने टेस्टफुल मेनू में रखने के लिए घर पर ही तैयार किया हुआ घी रखती हूँ। आप भी एक बार बनाकर देखिए, आपको आनन्द भी आएगा और शुद्धता की पूरी गारंटी मिलेगी।
शुद्ध घी के लिए आवश्यक सामग्री -
  • मलाई जमा करने के लिए एक कंटेनर
  • एक छननी
  • घी पकाने के लिए बर्तन
  • मक्खन निकालने के लिए मथनी
  • तैयार घी रखने के लिए अलग कंटेनर
शुद्ध घी कैसे बनाएँगे?
  • घर पर घी बनाना वैसे तो काफी आसान है, बस इसके लिए पहले से थोड़ी प्लानिंग की जरूरत होती है। इस बनाने की प्रक्रिया मलाई जमा करने से शुरू होती है। ये मलाई आप दूध या दही से निकालकर एक कंटेनर में जमा करें। 
  • ध्यान रखें की मलाई के कंटेनर को फ्रिज में रखा जाए, ताकि खराब न हो जाए।
  • जब आपकी जरूरत के अनुसार मलाई जमा हो जाए तो उसे एक बड़े बर्तन में पलट लें। 
  • अब मथनी की मदद से मलाई को तब तक फेंटें जब तक कि उसके ऊपर अलग से मक्खन न उतर आए।
  • जाड़े के मौसम में मक्खन निकलने में बिलंब हो तो थोड़ा सा गरम पानी डाल दें। आप देखेंगे कि ऊपर एक बादल जैसी परत बन जाएगी। 
  • अब इस मक्खन की परत को अलग से निकाल लें। 
  • अगर आप चाहें तो इस मक्खन को खाने के लिए इस्तेमाल में ला सकते हैं।
  • अब बची हुई मथी मलाई के बर्तन को गैस पर रखें और पिघलने दें। 
  • कम आंच में रखकर इसमें एक उबाल के साथ सुनहरे-पीले होने तक पकाएँ।
  • उबलते मक्खन को बीच-बीच में चम्मच की सहायता से हिलाते रहें। 
  • अब आपकी टेस्टफुल मेनू के लिए शुद्ध घी तैयार है। 

  • तैयार शुद्ध घी को छानकर स्टील या काँच के कंटेनर में जमने के लिए रख दें और जरूरत पड़ने पर इस खुशबूदार शुद्ध घी का इस्तेमाल करें।
  • निश्चय ही आपकी टेस्टफुल मेनू के स्वाद में चार चाँद लग जाएगा।

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