सरसों द्विबीजपत्री, एकवर्षीय शाक पौधा है। सरसों का वैज्ञानिक नाम ब्रेसिका कम्प्रेसटिस है। इसकी पत्तियाँ और बीज, दोनों खाने के उपयोग में आते हैं। सरसों की साग किसे पसंद नहीं? सरसों के गुणकारी रूप को बताने के लिए आज मैंने इसे अपनी टेस्टफुल मेनू में रखा है।
सरसों की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं। राई भी उन्हीं में से एक है। यह एक महत्वपूर्ण मसाले के तौर पर हर भारतीय रसोई में उपयोग में लाया जाता है। सारे भारतवर्ष में सरसों की खेती भी बड़े पैमाने पर की जाती है। इसे मसाले के साथ ही अनेक हर्बल नुस्खों के रूप में भी आजमाया जाता है।
सरसों में पाया जाता है -
- सरसों में मायरोसीन, सिनिग्रिन जैसे रसायन पाए जाते है।
- ये रसायन त्वचा से सम्बंधित अनेक रोगों के लिए हितकर हैं।
- सरसों को रात भर पानी में डुबोकर रखा जाए और सुबह इस पानी को त्वचा पर लगाया जाए तो त्वचा रोगों में आराम मिल जाता है।
- सरसों के बीज से तेल निकाला जाता है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के भोज्य पदार्थ बनाने और शरीर में लगाने में किया जाता है।
- इसका तेल अँचार, साबुन तथा ग्लिसराल बनाने के काम आता है।
- तेल निकाले जाने के बाद प्राप्त खली मवेशियों को खिलाने के काम आती है।
सरसों का आयुर्वेदिक महत्त्व -
- यह आयुर्वेद की दृष्टि से भी बहुत महत्त्वपूर्ण है।
- इसका तेल सभी चर्म रोगों से रक्षा करता है।
- सरसों रस और विपाक में चरपरा, स्निग्ध, कड़वा, तीखा और गर्म होता है।
- सरसों कफ-नाशक, वात-नाशक, रक्त-पित्त और अग्निवर्द्धक होता है।
- सरसों से खुजली, कोढ़, पेट के कृमि आदि का नाश होता है।
सरसों गुणकारी कैसे?
- सरसों का प्रमुख गुण पाचक होता है।
- पेट के कीड़े इसका पानी पीने से मर जाते है।
- अगर किसी को हैजा हुआ हो तो इसे पीस कर पेट पर लेप करने से पेट-दर्द और मरोड़ से आराम मिलता है।
- सरसों के दानों की पोटली बनाकर दर्द वाली जगह पर सेंक किया जाए तो तुरंत राहत मिलती है।
- सरसों के पेस्ट का लेप लगाने से सूजन कम होती है।
- सरसों को पीसकर शहद में मिलाकर सूँघने से जुकाम में आराम मिलता है।
- सरसों के तेल में बारीक नमक मिलाकर मंजन करने से पायरिया रोग का नाश होता है।
- सरसों का लेप ललाट पर लगाया जाए तो सरदर्द में अतिशीघ्र आराम मिलता है।
- चुटकी भर सरसों के चूर्ण को पानी के साथ बच्चों को देने से वे रात में बिस्तर पर पेशाब करना बंद कर देते है।
- सरसों के तेल को गर्म कर दो तीन बूँदे कान डाला जाए तो कान में दर्द होना बंद हो जाता है।
- दाल पकाने से पूर्व कुछ बूंद सरसों का तेल उसमें डाल देने से दाल शीघ्र पक जाती है।
- खुरदरे हाथों में रोज सरसों का तेल मलने पर हाथ मुलायम हो जाते हैं।
- पैरों के तलवों पर रात को सरसों का तेल मलने से आंखों की रोशनी तेज होती है।
- सरसों के तेल और दानों का खाने में इस्तेमाल करने से दिल की बीमारी का खतरा कम हो जाता है।
आपको भी अपनी टेस्टफुल मेनू में हमेशा गुणकारी सरसों का उपयोग करना चाहिए।
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